मन की बातों को मन मे दबाकर, दीवानो सा हाल मेरा बताकर,
यादों को टूटे धागों में पिरोकर, कोई पुराना फ़ोटो दिखाकर,
सपनो की दुनियां में जाने की बाते, हर राज़ अपना दिल मे छुपाते,
गमगीन रातों में ऐसा सुलाकर, चली ही गयी ना तुमको भुलाकर।।

कवि नरेन प्रधान